-वैसे तो सच्चाई से मुंह फेरना गलत है, लेकिन कुछ कड़वे सच ऐसे हैं जिन्हें लोग अकसर भूल जाते हैं। इन सच्चाइयों को भूलने के कारण लोग अपनी जिंदगी को अस्त-व्यस्त बना देते हैं। जानिए ऐसी ही सच्चाइयों के बारे में…
-मनुष्य का जीवन बहुत छोटा है। इसलिए छोटी-छोटी बातों में उलझने की जरूरत नहीं है। जिंदगी के हर पहलू का भरपूर लुत्फ उठाएं। खुल कर जीएं।
-जो जीवन आप खुद के लिए तय करेंगे, उसी में अपनी पूरी जिंदगी गुज़ारेंगे। इसलिए खुद के लिए खूबसूरत जीवन ही बनाएं।
-हर वक्त व्यस्त होने का मतलब यह नहीं कि आप कोई प्रोडक्टिव काम कर रहे हैं। बहुत बार हम किसी भी काम के बिना भी व्यस्थ होते हैं।
-विफलता हाथ लग रही है तो याद रखें कि अपनी कोई बड़ी सफलता हाथ लगने लगी है। क्योंकि सफलता से पहले कुछ विफलताएं हाथ लगती ही हैं। ऐसे में हताश या परेशान होनेे की जरूरत नहीं है।
– सोचना और कुछ करना, दोनों बातें बिल्कुल अलग हैं। जो सोच रहे हैं अगर आप उसे हकीकत की शकल नहीं दे रहे हैं तो उसका कोई मतलब नहीं है। ऐसे में सोचना का भी कोई अर्थ नहीं होगा।
– आपको किसी ने नुकसान पहुंचाया है या दर्द दिया है तो उसे माफ करने के लिए उसका माफी मांगना जरूरी नहीं है। उसे दिल से माफ करें और आगे बढ़ जाएं।
-जरूरी नहीं कि जिन लोगों से मिल रहे हैं वे सभी सही ही हों। कभी-कभी गलत लोगों से मुलाकात हो जाती है। ऐसे लोगों से जल्द पीछा छुड़ाना जरूरी है।
-आपको प्यार करना किसी दूसरे व्यक्ति की जिम्मेदारी नहीं है। यह आपकी जिम्मेदारी है कि आप खुद को पसंद करें। खुद का ध्यान रखें।
– जो चीज़ें आपके पास हैं, जरूरी नहीं कि वैसे ही आप हों। आपकी शख्सियत उन चीज़ों से अलग हो सकती है।
– हर पल, हर चीज़ बदली है। कोई भी चीज़ सदैव के लिए नहीं है। समय के साथ सब बदलता जाएगा।

