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Pro Tips for Deep Sound Good Sleep at Night

Pro Tips for Deep Sound Good Sleep at Night are very necessary for the to remove sleeping disorder. This is the need of the hour. 

अच्छी नींद लेने के तरीके Tips for good sleep in Hindi -|उपाय Sleeping Disorder नींद Neend Tips Hindi

स्कूल जाने वाले बच्चों में आजकल साइकोलॉजिकल और स्लीप डिसऑर्डर यानी नींद की कमी और अनियमितता सामान्य परेशानी बन चुकी है। इन दोनों डिसऑर्डर की वजह से बच्चों में एंग्जाइटी, डिप्रेशन, ओबेसिटी, लर्निंग डिसऑर्डर और परफॉर्मेंस में कमी देखने को मिल रही है। ४ साल से १९ साल की उम्र में स्ट्रेस और एंग्जाइटी का लेवल बढ़ने पर बच्चे सुसाइड कर रहे हैं।

-लड़कियों में एंग्जाइटी और स्ट्रेस ज्यादा पाया जाता है। लड़कियां इमोशनल ज्यादा होती हैं। परिवार का माहौल अच्छा नहीं होने से एडोलसेंट बच्चों में ज्यादा इमोशनल स्ट्रेस देखा जाता है। परिवार में आनुवंशिक रूप से यह डिसऑर्डर होने पर बच्चों में असर दिखाई देता है। माता-पिता में अनबन रहने पर बच्चे असुरक्षित महसूस करते हैं, शांत रहते हैं, खेलकूद में रुचि नहीं लेते, घबराते ज्यादा हैं। एंग्जाइटी बढ़ने पर सिर-पेट में दर्द, एग्जाम के दौरान अचानक ब्रीदिंग रेट बढ़ जाती है।
बचाव:
एन्वॉयरमेंट में बदलाव करें। पेरेंट्स आपस में तालमेल बनाए रखें, बच्चों पर हाथ उठाने के बजाय प्यार से समझाएं, हर ख्वाहिश पूरी कर जिद्दी नहीं बनाएं। वो पूरी नींद लें।

-साइकोसोमेटिक डिसऑर्डर के कारण बच्चों में एंग्जाइटी उस वक्त से शुरू हो जाती है जब बच्चा मां से दूर होने लगता है। वर्किंग मदर्स के बच्चों में यह विशेष रूप से देखने को मिलती है। बच्चों में स्कूल जाने के वक्त से एंग्जाइटी और स्ट्रेस शुरू होता है। यह १९ साल की उम्र तक रहता है। जयपुर में हुई एक स्टडी में १३ परसेंट बच्चों में सामान्य स्ट्रेस पाया गया। बच्चों में नॉलेज होने के बावजूद उनकी परफॉर्मेंस बिगड़ रही है। टीवी देखते हुए या फिर पढ़ते-पढ़ते सोने की आदत से बच्चों में स्लीप डिसऑर्डर बढ़ा है।
बचाव:
सोने से आधा घंटा पहले मोबाइल, कंप्यूटर और टीवी को उनसे दूर कर दें। लाइट म्यूजिक सुनें और ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें।

-१३ से १९ साल की उम्र एडोलसेंस की उम्र मानी जाती है। कॉम्पीटिशन और रिजल्ट के दबाव से बच्चे स्ट्रेस में रहते हैं। पेरेंट्स उन्हें समय नहीं दे पा रहे हैं। ऐसे में, बच्चों में साइकोसोमेटिक डिसऑर्डर जिसके कारण उनमें एंग्जाइटी, स्ट्रेस, डिप्रेशन के साथ-साथ लर्निंग डिसऑर्डर और परफॉर्मेंस फेलियर बढ़ रहा है। एलीट स्कूलों के तीस से चालीस परसेंट बच्चों में यह देखने को मिल रहा है। नींद की साइकल असंतुलित हो रही है और बच्चे चिड़चिड़े बन रहे हैं। यह असंतुलन उन बच्चों में ज्यादा देखा जाता है जिनमें अटेंशन डेफिसिट हायपर एक्टिविटी डिसऑर्डर हो। बचाव: स्कूल में परफॉर्मेंस में बदलाव होने पर ध्यान दें। बच्चों को समय दें पर उन्हें पैम्पर करें।
स्लीपिंग डिसआॅर्डर सेे बच्चों में बढ़ रही है एंग्जाइटी और स्ट्रेस

पीडियाट्रिशियंस की राय- बच्चों को साइकोसोमेटिक डिसऑर्डर से बचाने के लिए पेरेंट्स उन्हें दें पूरा समय और प्यार

Pro Tips for Deep Sound Good Sleep at Night.

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