ज़िन्दगी में खुश रहने का तरीका- खुश रहने के मूल मंत्र – मन को कैसे खुश रखे
रोज की ज़िंदगी में छोटी-छोटी बातें इसे जीने लायक बनाती हैं। आइए, देखें कि इनमें से कौन-सी बातें आपको खुशी और ताज़गी से भर देती हैं :
अचानक किसी जेब या ड्राअर से पैसे मिलना।
रेडियो पर पसंदीदा गाना सुनाई देना।
तब बारिश होते देखना जब आपको कहीं नहीं जाना है।
फुर्सत में देर तक कुनकुने पानी से नहाना या शॉवर लेना।
हाथ में वह चीज आना जो आप बरसों से चाहते थे।
बाहर जाकर दौड़ना, पैदल चलना या साइकिल पर घूमना।
अलार्म बजने के पहले जागना और पता चलना कि अभी और नींद के लिए काफी वक्त है।
नई किताबों और पत्रिकाओं की खुशबू।
लंबी छुट्टी पर जाने से पहले दफ्तर से बाहर निकलना।
किसी अजनबी से हल्की-फुल्की बातचीत।
टेलीविजन लगाते ही पता चलना कि आपकी पसंदीदा फिल्म अभी बस शुरू ही हुई है।
शब्द पहेली को दस मिनट से पहले पूरा कर लेना।
अपने उस प्रिय व्यक्ति से फोन पर लंबी बातचीत, जिससे काफी वक्त से बात नहीं हुई थी।
पुरानी अलमारी पर पेंट करने, कमरे को नए ढंग से सजाने या डूडल बनाने जैसी रचनात्मक गतिविधि।
वह खेल खेलना जो आप बचपन में बहुत पसंद करते थे।
सेहतमंद, स्वादिष्ट भोजन करके संतुष्टि से भर जाना।
मित्रों या परिवार की तरफ से मदद की कोई पहल।
वॉशिंग मशीन या नल सुधारने जैसी छोटी जीत।
साफ-सुथरे बिस्तर पर लेटना।
शाम के धुंधलके में पक्षियों की चहचहाट सुनना।
गर्मियों में छत पर लेटकर आसमान में तारे देखना।
ठंडी रातों में रजाई की गरमाहट को महसूस करना अथवा अलाव के आगे बैठकर हाथ तापना।
कोई ऐसी बात कहना कि आस-पास के लोग हंस पड़ें।
ज़िन्दगी में खुश रहने का तरीका- खुश रहने के मूल मंत्र – मन को कैसे खुश रखे