होम लोन: आपके सपनों का घर बनाना हुआ आसान…
घर खरीदने के लिए आजकल लोग आमतौर पर होम लोन लेते हैं,लेकिन जानकारी के अभाव में कई बार होम लोन लेने का तरीका जटिल हो जाता है। होम लोन से संबंधित तमाम बारीक बातों पर आइए डालते हैं नजर..
होम लोन के प्रकार:
घर खरीदने के लिए लोन: घर खरीदने के लिए लिया जाने वाला लोन। होम लोन का मतलब आमतौर पर इसी लोन से लगाया जाता है।
घर में इंप्रूवमेंट के लिए लोन: अगर आप घर को रेनोवेट कराना चाहते हैं या कुछ मरम्मत आदि करानी है तो यह लोन लिया जा सकता है।
कंस्ट्रक्शन लोन: नया घर बनाने के लिए लिया जाने वाला लोन।
कन्वर्जन लोन:
मान लीजिए आप जिस मकान में रह रहे हैं, उसके लिए आपने होम लोन लिया है। अब दूसरा घर खरीदना चाहते हैं, जिसके लिए आपको और पैसे की जरूरत है। कन्वर्जन लोन के माध्यम से पुराना लोन नए घर पर ट्रांसफर हो जाता है।
लैंड परचेज लोन:
मकान बनाने या सिर्फ इन्वेस्टमेंट की नजर से अगर आप जमीन खरीद रहे हैं, तो लैंड परचेज लोन ले सकते हैं।
ब्रिज लोन:
उन लोगों के लिए है जो वर्तमान घर को बेचकर नया घर खरीदना चाहते हैं। ब्रिज लोन नए घर को फाइनेंस करने में मदद करता है, जब तक कि पुराने घर के लिए खरीदार नहीं मिलता।
किसे मिल सकता है लोन
-इंडियन रेजिडेंट होना चाहिए।
-लोन की शुरुआत होते वक्त उम्र कम से कम 21 साल होनी चाहिए।
-लोन मेच्योर होते वक्त उम्र 65 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
-लोन लेने वाला या तो सैलरीड हो या सेल्फ एम्प्लॉयड। अगर कोई प्रोबेशन पर है तो वह होम लोन का हकदार नहीं है।
कितना मिल सकता है लोन
कुल सालाना आमदनी का करीब साढ़े तीन गुना लोन लिया जा सकता है। वैसे लोन की रकम प्रॉपर्टी की कीमत पर भी निर्भर करती है। ज्यादातर बैंक प्रॉपर्टी की कीमत का 80 से 85 फीसदी तक लोन दे देते हैं।
लोन लेने का प्रॉसेस
-ऐप्लिकेशन भरना
-जरूरी डॉक्युमेंट्स के साथ ऐप्लिकेशन फॉर्म जमा किया जाता है। जरूरी कागजात ये हैं-
आइडेंटिटी प्रूफ-फोटो, क्रेडिट कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, वोटर आईडी आदि में से कोई एक।
रेजिडेंस प्रूफ : रेंटल एग्रीमेंट, पासपोर्ट, राशन कार्ड, डीएल।
इनकम प्रूफ: इनकम टैक्स रिटर्न की पिछले तीन साल की कॉपी, फॉर्म16ए, पिछले तीन महीने की सैलरी स्लिप, पिछले महीने की बैंक
स्टेटमेंट।