जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी के Chancellor Chairman व सीडलिंग विद्यालय समूह के सीईओ व निदेशक Dr. Sandeep Bakshi ने अपना सम्पूर्ण जीवन शिक्षा-क्षेत्र में विकास के लिए समर्पित कर दिया है। उनके प्रयासों से ही उच्च शिक्षा के क्षेत्र में विश्व के मानचित्र पर जयपुर ने अपनी एक अनूठी पहचान बनाई है।
दृढ़निश्चय, दूरदर्शिता, अनुशासित जीवनशैली तथा कठोर परिश्रम इनके व्यक्तित्व की प्रमुख विशेषता रही है जो अन्य लोगों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बनी है। इन्होंने सदैव जयपुर के अधिक से अधिक विद्यार्थियों को श्रेष्ठ शिक्षा के उपयुक्त अवसर उपलब्ध कराने का हरसंभव प्रयास किया है।
अपनी माता जी श्रीमती मोहिनी बक्शी द्वारा स्थापित सीडलिंग विद्यालय समूह का विस्तार कर उनके सपनों को साकार करने के लिए इन्होंने अपना स्थापित व्यवसाय भी छोड़ा। सीडलिंग नर्सरी स्कूल से लेकर जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी तक के सफर का पूरा होना एक सबसे बड़े सपने का साकार होना मानते हैं।
सीडलिंग पब्लिक स्कूल, सीडलिंग मॉडर्न हाई स्कूल की स्थापना के साथ-साथ अनेक तकनीकी विश्वविद्यालयों की सदस्यता ग्रहण करना तथा यूजीसी द्वारा मान्यता प्राप्त राजस्थान का प्रथम विश्वविद्यालय आरंभ करना अपने जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धियां मानते हैं।
Sandeep Bakshi JNU Biography : The Facts File
परिवार:
प्रसिद्ध चर्मरोग विशेषज्ञ डॉ. प्रीति बक्शी ने अर्धांगिनी के रूप में जीवन के हर सपने को पूरा करने के लिए कदम-कदम पर अपने पति Sandeep Bakshi का साथ दिया है। इनके प्रयासों से व निपुण देख-रेख से ही जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी ने बहुत कम समय में अपनी पहचान देश-विदेश में बना ली है।
अपने जीवन में भगवान की सबसे बड़ी देन के रूप में अपनी पुत्रियां आकांक्षा, ऐश्वर्या एवं पुत्र अर्णव का जन्म मानते हैं।
बड़ी पुत्री आकांक्षा वर्तमान में पुणे में बीबीए की तथा छोटी पुत्री ऐश्वर्या कक्षा ग्यारह में कॉमर्स की शिक्षा ग्रहण कर रही है। उनका बेटा अर्णव अभी एक वर्ष का है।
माता-पिता की भांति आकांक्षा व ऐश्वर्या भी अत्यन्त मेधावी, मृदुभाषी, शिष्ट एवं अनुशासित व परिश्रमी हैं। इन्हें देखकर ऐसे लगता है मानों ये गुण इन्हें विरासत में ही मिले हैं।
प्रेरणा:
संदीप बक्शी Jaipur National University VC Sandeep Bakshi अपनी माताजी श्रीमती मोहिनी बक्शी जी को अपना प्रेरणा स्त्रोत मानते हैं तथा प्री प्राइमरी शिक्षा के क्षेत्र में सीडलिंग समूह को सर्वश्रेष्ठ संस्थान के रूप में अपनी अनूठी पहचान बनाने के लिए अपनी माता जी के समर्पण व कड़ी मेहनत का फल
मानते हैं।
दृष्टिकोण:
Sandeep Bakshi का मानना है कि जीवन नदी की धारा के समान है जैसे नदी की धारा उँची-नीची भूमि को पार कर निरन्तर बढ़ती रहती है उसी प्रकार जीवन की धारा भी सुख-दु:ख तथा सफलता-असफलता के अनेक संघर्षों को सहते-भोगते आगे बढ़ती है। इसलिए मनुष्य को जीवन में मिली असफलताओं से निराश न होकर उनसे सबक लेना चाहिए क्योंकि यह हमें और अधिक प्रयत्न कर लक्ष्य प्राप्ति के लिए प्रेरित करती है। सफलता पाने के लिए असफलताओं के भय से निकलना अनिवार्य है।
समाज के प्रति योगदान:
समय-समय पर प्रतिभावान व जरूरतमंद विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति देना, सामाजिक विकास कार्यों में सक्रियतापूर्वक भाग लेना, पर्यावरण संरक्षण के प्रति जनजागरुकता लाने के लिए रैलियां निकालना, उच्च शिक्षा के क्षेत्र में निजी भागीदारी बढ़ाना तथा प्री प्राइमरी से विश्वविद्यालय स्तर की शिक्षा को प्राप्त करने के अवसर एक ही स्थान पर उपलब्ध कराना तथा विदेशी संस्कृति की अच्छाइयों को हम अपनाएँ साथ ही विदेशी भी भारतीय संस्कृति को निकटता से जानें इसी उद्देश्य से भारतीय व विदेशी विद्यार्थियों को शिक्षा के आदान-प्रदान के लिए विदेशों में भेजना आदि।
सदस्यता व सम्मान:
शिक्षा के क्षेत्र में दी गई नि:स्वार्थ भागीदारी को देखकर अनेक संस्थाओं ने उन्हें समय-समय पर सम्मानित भी किया है। इण्डियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट द्वारा वीईईआर अवार्ड-2009, मैम्बर कॉउन्सिल ऑफ मैनेजमेंट, ऑल इण्डिया मैनेजमेन्ट,
सेक्रेट्री सेल्फ फाइनेसिंग एसोसिऐशन ऑफ प्राइवेट यूनिवर्सिटीज ऑफ राजस्थान एवं वाइस प्रेसीडेन्ट-सोसायटी फॉर अनएडेड प्राइवेट स्कूल द्वारा दिए गए सम्मान, उत्कृष्ट योगदानों को प्रकट करते हैं।
रुचियां:
Sandeep Bakshi जी का मानना है कि मानव मन की जिज्ञासाएँ व उसकी रुचियां ही उसे कुछ नया कर दिखाने के लिए प्रेरित करती हैं। शुरू से ही नई से नई जानकारियाँ एकत्रित करने की इच्छा से ये देश-विदेश में भ्रमण करने को उत्सुक रहते हैं। घुड़सवारी करना, संगीत सुनना, मोटरसाइकिल व कार चलाना तथा विशिष्ट श्रेणी की कारों का संग्रह करने से ये अपने अंदर विशेष ऊर्जा व शक्ति का अनुभव करते हैं।
भावी योजनाएं
आज शिक्षा क्षेत्र प्रतियोगिताओं के दौर से भरा हुआ है। इस प्रतिस्पद्र्धात्मक दौर में जयपुर के विद्यार्थी हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा के बल पर जगह बनाएं तथा विदेशों में भी जाकर भारत का नाम रोशन करें। चिकित्सा-क्षेत्र में तथा विदेशों में भी भारतीय विद्यार्थियों को शिक्षा के अवसर उपलब्ध कराना ही इनके भावी जीवन का मुख्य उद्देश्य है।
सपनों पर विश्वास
संदीप जी का मानना है कि भविष्य उन्हीं का है जो सपनों में यकीन करते हैं और येन-केन प्रकारेण साकार और सार्थक करना चाहते हैं। इसलिए दृढ़ संकल्प कर पथ पर आरूढ़ रहने वाले ही अपने लक्ष्य की, अपने सपने की प्राप्ति कर सकते हैं। किसी भी क्षेत्र में उतरने से पूर्व हमें उसके विषय में सविस्तार जानकारी प्राप्त कर अपने अनुसार रूपरेखा तैयार करते हुए बेहतर रूप से कार्य करना चाहिए। इसी गुरुमंत्र को अपनाते हुए वे नई ऊर्जा, स्फूर्ति व शक्ति से अपने सपने पूरा करने में जुटे हैं।
संदेश
युवा पीढ़ी को संदेश देते हुए बक्शी जी कहते हैं कि अपने निर्धारित लक्ष्य को पाने के लिए हर क्षण प्रयास करो। एक नए अंकुरित बीज की तरह इसका पालन-पोषण करते हुए आगे बढ़ो।
अगर जीवन में आशावादी दृष्टिकोण अपनाओगे तो डर, शंकाएं निर्मूल सिद्ध होंगी। धूल भरे वीरान रेगिस्तान में भी लहलहाते खेत नजर आएंगे। सफलताएं आपके कदम चूमेंगी। भविष्य की गोद में छिपी असीम संभावनाएं आपकी ओर स्वयं दौड़ी चली आएंगी।
Tags: Jaipur National University VC Sandeep Bakshi
Tags:
Chancellor Chairman Dr. Sandeep Bakshi National University Jaipur
Sandeep Bakshi jnu | Dr sandeep Bakshi Wikipedia