
फोरेंसिक अकाउंटेंट ऐसे अनुभवी ऑडिटर्स होते हैं जो किसी संस्था के अकाउंट्स की रखवाली करते हैं और किसी भी तरह की धोखाधड़ी को होने से रोकते हैं।
प्रक्रिया, कहां से करें आदि -पूरी जानकारी
कानूनी मामलों में अकाउंटिंग, ऑडिटिंग और इनवेस्टिगेशन स्किल्स का इस्तेमाल फोरेंसिक अकाउंटिंग में किया जाता है। अकाउंटिंग की इस शाखा में मुख्य रूप से कानूनी विवाद में फंसे किसी क्लाइंट या फर्म के वित्तीय रिकॉड्र्स की जांच और मूल्यांकन का काम शामिल है। इसके तीन प्रमुख क्षेत्र हैं – मुकदमा लडऩा, जांच करना और विवाद का निपटारा करना। इस फील्ड के प्रोफेशनल्स को फोरेंसिक अकाउंटेंट्स कहा जाता है। किसी भी गतिविधि की वैधता को जांचने के लिए ये प्रोफेशनल अकाउंटिंग, लॉ, फाइनेंस और जांच तकनीकों से जुड़ी जानकारी का इस्तेमाल करते हैं। फोरेंसिक अकाउंटेंट ऐसे अनुभवी ऑडिटर्स होते हैं जो किसी संस्था के अकाउंट्स की रखवाली करते हैं और किसी भी तरह की धोखाधड़ी को होने से रोकते हैं।
कैसे करें प्रवेश
एक सर्टिफाइड फोरेंसिक अकाउंटेंट के लिए जरूरी है कि आप एक मान्यता प्राप्त संस्थान से ग्रेजुएट हों, तीन वर्षों का प्रोफेशनल अनुभव रखते हों और इंडिया फोरेंसिक सेंटर ऑफ स्टडीज की सर्टिफाइड फोरेंसिक अकाउंटिंग प्रोफेशनल (सीएफएपी) परीक्षा कम से कम 75 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण की हो।
क्या पढऩा होगा
इस क्षेत्र में उपलब्ध मुख्य कोर्सेज में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन फोरेंसिक अकाउंटिंग, सर्टिफिकेट कोर्स इन फोरेंसिक अकाउंटिंग प्रोफेशनल, सर्टिफाइड एंटी-मनीलॉन्ड्रिंग एक्सपर्ट, सर्टिफाइड बैंक फोरेंसिक अकाउंटिंग और सर्टिफाइड विजिलेंस एंड इनवेस्टिगेशन एक्सपर्ट जैसे कोर्सेज शामिल हैं। ये कोर्स करवाने वाले प्रमुख संस्थान हैं-
द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया, नई दिल्ली
द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्र्टर्ड फाइनेेंशियल एनालिस्ट ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी (आईसीएफएआई), वेस्ट त्रिपुरा
इंडिया फोरेंसिक, पुणे
काम के अवसर
फोरेंसिक अकाउंटेंट्स की जरूरत बड़ी अकाउंटिंग फम्र्स में होती है जहां ज्यादातर काम विलय और अधिग्रहण की जांच करने, स्पेशलाइज्ड ऑडिट और अन्य कानूनी सहायता में भागीदारी निभाने, आर्थिक अपराध की तहकीकात करने, टैक्स की छान-बीन करने और यहां तक कि आतंकवादियों की जांच करने से संबंधित होता है। इन प्रोफेशनल्स को ज्यादातर तलाक के मामलों, व्यापारिक लापरवाही के मामलों, इनवेस्टिगेशन के क्लेम्स और निजी चोट के दावों में अपनी जिम्मेदारी निभानी होती है। ये प्रोफेशनल्स बिजनेस में, नॉन-प्रॉफिट संस्थानों में (जिनमें सरकारी और कानून लागू करने वाली एजेंसियां शामिल हैं), एस्टेट्स में और ऐसे व्यक्तियों के साथ काम कर सकते हैं जिन्हें फोरेंसिक अकाउंटिंग सर्विसेज की जरूरत होती है।